प्रोग्रामिंग भाषा क्या है | Programming Language kya hai

Programming Language kya hai – दोस्तों जैसे कि हम सब को पता है कि किसी भी दूसरे इंसान से बात करनें के लिए या फिर उसे कुछ समझानें के लिए हमें किसी विशेष भाषा का इस्तेमाल करना पड़ता है, विशेष भाषा कोई भी हो सकती है जैसे हिंदी, इंग्लिश आदि |

जिस प्रकार हम इंसान एक दूसरे से बात करते हैं किसी भाषा में और बातों को समझते हैं ठीक उसी प्रकार कम्प्यूटर से बात करनें के लिए और उसे समझानें के लिए भाषा बनाई गयी है जिसे Programming Language कहा जाता है |

जिस तरह इंसानों की अलग-अलग भाषा होती है अलग-अलग जगह के हिसाब से ठीक उसी प्रकार कम्प्यूटर की भी अलग-अलग भाषा होती है जिसे हम Programming Language कहते हैं |

Programming Language भी अलग-अलग प्रकार की होती है जिनमें से कुछ के बारे में आप आज के आर्टिकल (Programming Language kya hai) में पढनें वाले है |

दोस्तों प्रोग्रामिंग भाषा सीखने से पहले, समझना होगा कि भाषा क्या होती है ?

भाषा क्या है ? (what is language)

भाषा एक तरीक़ा है या बोल सकते हैं ज़रिया है जिसके इस्तेमाल से हम अपनें विचारों को या अपनीं कोई भी बात को एक दूसरे के साथ बाँट सकते हैं लेकिन हम अपनें विचार उसी इंसान के साथ बाँट सकते है जिसको हमारी भाषा अच्छे तरीक़े से आती है |

जैसे अगर हम किसी को पढ़ाना चाहते है, तो हमें एक ऐसी भाषा की ज़रूरत होती है जिसको सामनें वाला भी समझ सके | क्योंकि अगर सामने वाला ही नहीं समझेगा तो क्या फ़ायदा भेंस के आगे बीन बजानें का |

ऊम्मीद है इतनी परिभाषा काफ़ी होगी |

Programming Language kya hai

Programming Language kya hai
Programming Language kya hai

दोस्तों Programming Language कम्प्यूटर भाषा है जिसका इस्तेमाल डेवलपरों द्वारा कम्प्यूटर के साथ communicate करने के लिए किया जाता है |

Programming Language किसी special काम को करने के लिए special Programming Language का सेट होता है और Programming Language अलग-अलग होती है जिसके काम भी अलग-अलग होते है |

दोस्तों ज़्यादातर Programming Language का इस्तेमाल website बनाने, desktop application बनाने और mobile applications बनाने के लिए किया जाता है |

Programming Language के प्रकार ?

Types of programming language – दोस्तों Programming Language कई प्रकार की होती है क्योंकि सभी काम एक language से नहीं हो सकते हैं इसलिए अलग-अलग प्रकार की languages हैं जिनके इस्तेमाल से अलग-अलग काम किए जाते है |

अब आगे जानते हैं कि Programming Language कितनें प्रकार की होती है |

इसके आलावा और भी आर्टिकल हैं जिन्हें आपको पढ़ना चाहिए

  1. डोमेन क्या है और कैसे काम करता है ?
  2. HTML क्या है और इसका इतिहास क्या है ?
  3. वेब होस्टिंग क्या है और कैसे काम करती है ?

Low-level programming language

low-level language को कम्प्यूटर की मतृभाषा या मूल भाषा कहा जाता है क्योंकि कम्प्यूटर को इंसानों नें बनाया है जो की एक मशीन है और कम्प्यूटर सिर्फ़ एक भाषा जानता है, बाइनरी भाषा (0s and 1s). बाइनरी भाषा को इंसान नहीं पढ़ सकता ये भाषा सिर्फ़ कम्प्यूटर ही समझ सकता है |

दोस्तों Low-level language को भी दो भागों में बाँटा गया है जो आप नीचे पढ़ सकते हैं |

Machine Language (मशीनी भाषा)

Machine Language एक प्रकार की Low-level programming language है और इसको machine code या object code भी कहा जाता है |

Machine language को पढ़ा जा सकता है और इसे पढ़ना आसान भी है क्योंकि यह normal तौर पर binary या hexadecimal के रूप में display होती है इसलिए इसे पढ़ना आसान हो जाता है |

Machine Language को पढ़ना ही आसान है लेकिन इसे समझना काफ़ी मुस्किल है |

Machine Language के प्रोग्राम को किसी translator की ज़रूरत नहीं पड़ती है क्योंकि जो कम्प्यूटर है वो Machine Language में बनें प्रोग्राम को आसानी से समझता है | इसके अलावा एक फ़ायदा यह भी है की Machine Language के प्रोग्राम को कम्प्यूटर जल्दी समझता है और जल्दी run करता है जिससे Machine Language में बनें प्रोग्राम की स्पीड अच्छी होती है |

अब बात करते हैं दूसरे भाग की जो है Assembly Language.

Assembly Language

दोस्तों Assembly Language भी एक प्रकार की Low-level programming language जिसको किसी special processors के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसका उद्देश्य कंप्यूटर के हार्डवेयर के साथ direct ही communicate करना है |

जैसे कि मैंने बताया इस भाषा को इंसान द्वारा पढनें योग्य बनाया गया है लेकिन कम्प्यूटर के साथ जुड़नें के लिए इस भाषा को translate किया जाता है assembler की सहायता से, जिससे असेंबली भाषा को मशीनी भाषा में बदला जाता है |

High-level programming language

high level programming भाषा को user friendly बनाया गया है क्योंकि binary भाषा से इंसान कोई भी logic नहीं लगा सकता है इसलिए यूज़र को मध्यनज़र रखते हुए इस भाषा को बनाया गया |

इस भाषा का इस्तेमाल software या website बनाने के लिए किया जाता है | इसके अलावा High-level programming language सीधे कम्प्यूटर को समझ में नहीं आती है, कम्प्यूटर को मशीनी भाषा समझ में आती है इसलिए High-level programming language को मशीनी भाषा में अनुवाद करने के लिए एक compiler या interpreter की ज़रूरत पड़ती है (प्रोग्राम को execute करने के लिए ) |

High-level programming language लिखना पढ़ना आसान है और इसमें प्रोग्राम बनाना सरल है इसीलिए वेबसाइटें और application इसी भाषा में बनाई जाती है |

Python, Java, JavaScript आदि ये सब High-level programming language के ही उधहारण है |

High-level programming language को भी तीन भागों में बाँटा गया है जिनके बारे में आप नीचे पढ़ सकते हैं |

Procedural Oriented programming language

दोस्तों Procedural Oriented Programming(POP) language में प्रोग्राम को एक क्रम में लिखा जाता है और यह भाषा एक program को छोटे procedures में divide करता है और फिर एक-एक करके execute करता है |

Procedural Oriented programming language का इस्तेमाल एक software प्रोग्रामर द्वारा किसी प्रोग्राम को बनानें के लिए किया जाता है और ये प्रोग्राम किसी software editor की सहायता से पुरे किए जाते हैं जैसे – IDE, Adobe Dreamweaver, या फिर Microsoft Visual Studio.

इसका सबसे बड़ा फायदा यह है की इसमें फ्लो को आसानीं से समझा जा सकता है और बार-बार इस्तेमाल भी किया जा सकता है इससे फायदा प्रोग्रामर को ज्यादा होता है |

Object Oriented Programming language

ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग (OOP) भाषा ऑब्जेक्ट पर आधरित होती है | इस भाषा में एक प्रोग्राम को छोटे-छोटे हिस्सों में बाँट दिया जाता है जिसे हम object कहते हैं |

इसका उपयोग करना easy और फ़ास्ट है |

Natural language

दोस्तों Natural language इंसानों की भाषा का एक हिस्सा है जिसमें हिन्दी, इंग्लिश, जापानी आदि भाषाएँ शामिल है | Natural language का उपयोग कंप्यूटर को इंसानी भाषा समझानें के लिए किया जाता है और इसके आलावा Natural language का उपयोग डेवलपर द्वारा translate करनें, automatic summarization करनें के लिए, relationship extraction आदि के लिए किया जाता है |

दोस्तों इस भाषा का सबसे बड़ा फायदा यह है की अगर कोई user किसी भी subject में सवाल पूछता है तो उस user को सवाल का जवाब सेकेण्ड के अंदर मिल जाता है |

Middle level programming language

यह भाषा low-level programming language और High-level programming language के बिच में आती है जिसके कारण इसे Middle level programming language कहा जाता है |

Middle level programming language के अगर फायदे की बात करें तो यह भाषा high-level programming language के feature को support करती है और यह user friendly भी काफी होती है |

सबसे popular programming भाषा कोनसी है ?

Most popular programming languages – दोस्तों आज के टाइम में काफ़ी सारी programming भाषाएँ हैं जिनके इस्तेमाल से कई अलग-अलग काम किए जाते हैं तो आइए अब बात करते हैं सबसे ज़्यादा गूगल पर सर्च किए जानें वाली कुछ programming भाषाओं के बारे में |

Python

python एक versatile programming भाषा है जिसका उपयोग अलग-अलग कामों के लिए किया जाता है, इसका ज़्यादातर उपयोग data science और मशीन लर्निंग से लेकर वेब वेब डेवलपमेंट तक अलग-अलग फ़ील्ड में किया जाता है |

Python programming सिखनें के लिए पहली ओर आसान भाषाओं में से एक है |

Java

अगर आप कोई programming language सीखना चाहते हैं या शुरू कर रहे हैं तो java भी सिख सकते हैं क्योंकि यह भाषा भी अच्छी है, दोस्तों जावा का उपयोग कई चीजों के लिए किया जा सकता है जैसे mobile applications, software development, और large systems development आदि |

JavaScript

दोस्तों JavaScript front-end और back-end फ़्रेंड्ली भाषा है जिसका उपयोग web applications, game development, ओर mobile applications आदि कामों के लिए किया जाता है |

दोस्तों इस तरह की कई ओर भाषाएँ हैं जिनको आप सिख सकते हैं जैसे

  • C
  • C++
  • PHP
  • R
  • Swift
  • Ruby

प्रोग्रामिंग भाषा से जुड़े कुछ सवाल और जवाब

प्रोग्रामिंग भाषाएं कितनी होती हैं?

आज के समय में हज़ारों प्रोग्रामिंग भाषाएँ बन चुकी हैं और आगे भी नयी-नयी भाषाएँ बन रही हैं लेकिन उन सभी भाषाओं को अपडेट नहीं किया जा रहा है और काफ़ी सारी भाषाओं का इस्तेमाल नहीं किया जा रहा है इसलिए इनका सटीक नंबर अभी तक नहीं निकल के आया है.

पहली प्रोग्रामिंग भाषा कौन सी है?

पहली प्रोग्रामिंग भाषा को Fortran कहा जाता है जिसको IBM ने 1950 में बनाया था वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग के कैलकुलेशन के लिए.

Conclusion

दोस्तों आज की पोस्ट Programming Language kya hai में आपनें सिखा की भाषा क्या है, Programming Language kya hai और Programming Language कितनें प्रकार की होती है |

उम्मीद है Programming Language kya hai का ये आर्टिकल आपको पसंद आया होगा और आपकी कुछ help हुई होगी | अगर आज के आर्टिकल से आपकी कुछ सहायता हुई है तो आप इस आर्टिकल को दुसरे लोगों के साथ share जरुर करें ताकि उनकी भी सहायता हो सके |

इसके आलावा आपके कोई और सवाल है तो आप मुझे comment या email जरुर करें और आप भी प्रोग्रामिंग भाषा सिख सकते हैं W3 School पर जाकर |

धन्यवाद…

4 thoughts on “प्रोग्रामिंग भाषा क्या है | Programming Language kya hai”

  1. For the reason that the admin of this website is working, no hesitation very rapidly
    it will be well-known, due to its feature contents.

    Reply

Leave a Comment