Drone Kya Hai, गहराई से जाने ड्रोन क्या होता है

ड्रोन का नाम तो सभी ने सुना है और सभी ने इसे उड़ते हुए देखा भी है लेकिन क्या आप वास्तव में जानते हैं कि ड्रोन क्या है(Drone Kya Hai), और इसमें ऐसा क्या होता है जिसके कारण यह इतनी तेज गति से उड़ पाता है.

दोस्तों आज के आर्टिकल Drone Kya Hai में आप ड्रोन के बारे में गहराई से जानने वाले हो इसलिए आज के आर्टिकल को शुरू से लेकर अंत तक ज़रूर पढ़ें.

ड्रोन क्या होता है (Drone Kya Hai)

आज के इस आर्टिफीसियल इंटेजिलेंस के समय में टेक्नोलॉजी रोज़ाना बढ़ती जा रही है और ड्रोन भी एक अच्छी और सुविधाजनक टेक्नोलॉजी का पार्ट है.

दोस्तों ड्रोन को UAV(unmanned aerial vehicle) के नाम से भी जाना जाता है जिसका मतलब है बिना किसी इंसान के द्वारा चलाया जाने वाला हवाई वाहन, यानी की ड्रोन को चलाने के लिए किसी हवाईजहाज़ और हेलीकॉप्टर की तरह कोई पायलट की ज़रूरत नहीं होती है.

ड्रोन को आम तौर पर या तो जमीन पर एक इंसान के ज़रिए ऑपरेटर किया जाता है या ऑनबोर्ड कंप्यूटर सिस्टम के ज़रिए इसको कंट्रोल किया जाता है. इससे वे फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, फार्मिंग, निगरानी, सर्च और बचाव कार्यों और यहां तक कि मनोरंजक उद्देश्यों सहित अलग-अलग क्षेत्रों में काफ़ी बड़े लेवल पर उपयोग करते हैं.

अब बात आती है की ड्रोन में ऐसी वो कौनसी चीजें होती हैं जिनके कारण ड्रोन आसानी से आसमान में उड़ पाता है, तो आइये आगे इसके बारे में जानते हैं.

ड्रोन उड़ता कैसे है?

ड्रोन को उड़ने में कई प्रकार के पार्ट सहायता करते हैं जिनमें जो मुख्य हैं उनके बारे में नीचे लिखा गया है.

Frame

ड्रोन को उड़ने के लिए जितनी भी चीजें लगाई जाती है वो सभी ड्रोन के फ्रेम पर लगाई जाती है बिना फ्रेम के ड्रोन का उड़ना कोई सोच भी नहीं सकता है. दोस्तों ड्रोन को किस काम में लिया जाना है उसके अनुसार इसका फ्रेम बनाया जाता है यानी कि सभी ड्रोन के फ्रेम एक जैसे नहीं होते हैं इनमें अलग-अलग प्रकार समील है जिनमें से जो कॉमन फ्रेम हैं उनके बारे में नीचे लिखा गया है.

  1. Quadcopter Frame
  2. Hexacopter/Octocopter Frame
  3. Fixed-Wing Frame
  4. Folding Frame
  5. X-Frame और H-Frame
  6. Custom Frames

दोस्तों फ़्रेमों के आधार पर ड्रोन का weight, speed आदि को कंट्रोल किया जा सकता है.

Motors और Propellers

ड्रोन के मोटर्स और प्रोपेलर ड्रोन की उड़ान और स्पीड के लिए महत्वपूर्ण चीजें हैं. मोटर्स पर इलेक्ट्रिक ब्रशलेस मोटर्स होती हैं जो प्रोपेलर को चलाने के लिए ज़रूरी पॉवर और घूमने की स्पीड प्रदान करते हैं.

प्रोपेलर, मोटरों से जुड़े होते हैं, एयरफ्लो बनाते हैं और लिफ्ट उत्पन्न करते हैं, जिससे ड्रोन को चढ़ने, उतरने और दिशा बदलने में सहायता मिलती है. दोस्तों ड्रोन में कितना thrust और कितनी स्पीड होनी चाहिए यह चीज प्रोपेलर के size, shape और material तय करते हैं.

ड्रोन की एक अच्छी उड़ान और बेहतर परफॉरमेंस के लिये मोटर और प्रोपेलर का सही से मिलान ज़रूरी माना जाता है.

Flight Controller

किसी भी ड्रोन का flight controller उस ड्रोन के mind(मस्तिष्क) के रूप में काम करता है क्योंकि यह एक ऑनबोर्ड कंप्यूटर सिस्टम है जो अलग-अलग प्रकार के सेंसर और इनपुट से डेटा को प्रोसेस करने और उस डेटा को सही से परखने के बाद फिर ड्रोन की स्पीड को कंट्रोल करता है.

ड्रोन के flight controller किसी भी इंसान से रिमोट के ज़रिए या फिर किस ऑनबोर्ड कंप्यूटर सिस्टम से कमांड प्राप्त करते हैं और उस कमांड के अनुसार ही ड्रोन के motor की स्पीड और दिशा को बदलते हैं.

दोस्तों इन सब के अलावा Flight Controller ड्रोन की स्थिति और पर्यावरणीय परिस्थितियों बारे में जानकारी जुटाने के लिए जाइरोस्कोप, एक्सेलेरोमीटर, अल्टीमीटर और जीपीएस रिसीवर जैसे सेंसरों का उपयोग करता भी करता है.

Remote Control और Ground Station

दोस्तों ड्रोन और ड्रोन को चलाने वाले इंसान इन दोनों के बीच कम्युनिकेशन के लिये एक रिमोट कंट्रोल होता है जिसके ज़रिए कोई भी इंसान ज़मीन पर खड़े-खड़े ड्रोन को हवा में उड़ा सकता है और वापस ज़मीन पर बुला सकता है और ड्रोन की दिशा और स्पीड को भी कंट्रोल कर सकता है सिर्फ़ रिमोट कि सहायता से.

Sensors और Cameras

दोस्तों ड्रोन को बनाने के पीछे कई कारण हो सकते हैं जो कि इस बात पर निर्भर होते हैं की ड्रोन का काम क्या होगा उसी के अनुसार ड्रोन में सेंसर लगाए जाते हैं जैसे कि अगर आप सिर्फ़ शूटिंग के लिए कोई ड्रोन को ख़रीदते हैं तो उसमें आपको गायरोस्कोप, एक्सेलेरोमीटर, अल्टीमीटर, जीपीएस रिसीवर और कैमरा के सेंसर मिल जाते हैं जो कि आपके वीडियो की क्वालिटी को और ज़्यादा बढ़ाते हैं.

Conclusion

दोस्तों ड्रोन आज अलग-अलग जगहों और मनोरंजक गतिविधियों में काफ़ी पॉपुलर उपकरण हैं क्योंकि ड्रोन कई प्रकार से आपको फ़ायदा देते हैं, जिनमें हवाई फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी, कृषि निगरानी, खोज और बचाव अभियान, निगरानी और बहुत कुछ शामिल हैं.

इनमें फ्रेम, मोटर, प्रोपेलर, फ्लाइट कंट्रोलर, सेंसर और कैमरे जैसे ज़रूरी कॉम्पोनेंट्स हैं जो सुरक्षित और अच्छे से ड्रोन संचालन के लिए आवश्यक है हालांकि, ड्रोन उड़ाते समय नियमों का पालन करना, सुरक्षा को प्राथमिकता देना और गोपनीयता का सम्मान करना ज़रूरी है.

उम्मीद है दोस्तों आप भी जब ड्रोन उड़ायेंगे तो इसे जिम्मेदारी से उड़ायेंगे.

ध्यवाद….

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