VPN kya hai – जब आप किसी भी wifi या फिर मोबाइल से इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं तो आपकी डिवाइस की लोकेशन पूरी तरह से private नहीं होती है यानी कि आपके डिवाइस का IP address प्राइवेट नहीं रहता है जिससे आप पूरी तरह से प्राइवेट नहीं हो सकते हैं और इंटरनेट पर privately ब्राउज नहीं कर सकते |
VPN Kya Hai
VPN का मतलब Virtual Private Network होता है, VPN एक ऐसी तकनीक है जो इंटरनेट जैसे सार्वजनिक नेटवर्क पर एक सुरक्षित और encrypted कनेक्शन बनाता है |
VPN users को निजी तौर पर और सुरक्षित रूप से इंटरनेट ब्राउज़ करने में सक्षम बनाता है, क्योंकि उनका डेटा encrypt किया गया है और उनकी Online गतिविधियां Hide हुई हैं |
VPN का उपयोग अलग-अलग कामों और उद्देश्यों को पूरा करने के लिए किया जा सकता है, जैसे कि संवेदनशील डेटा की सुरक्षा करना या ऑनलाइन anonymity(गुमनामी) बनाए रखना |
VPN को समझने के लिए अगर आसान भाषा में बात करें तो यह एक टनल है जिसके अंदर से आपका डेटा सुरक्षित रूप से और encrypt होकर ट्रांसफ़र होता है जिसके कारण बाहर का कोई भी या कह सकते हैं कि बाहरी पक्ष को कुछ भी पता नहीं चल सकता है कि आप कौनसा डेटा ट्रांसफ़र कर रहें है या फिर आप क्या सर्च कर रहे हैं इंटरनेट पर |
VPN एक बेहतर tool है जिसकी मदद से आप अपनी ऑनलाइन आइडेंटिटी को छुपा सकते हैं |
VPN के प्रकार (Types of VPN)
वैसे तो मार्केट में कई प्रकार के VPN हैं लेकिन नीचे आप आप उन VPN के बारे में पढ़ने वाले हैं जो की common प्रकार के हैं और हो सकता है कि पहले भी आपने इनके नाम सुने हों |
- Remote Access VPN
- Site-to-Site VPN
- Mobile VPN
- Cloud VPN
इनके अलावा और भी VPN होते हैं लेकिन आज हम इनके बारे में ही गहराई से चर्चा करने वाले हैं |
Remote Access VPN
यह VPN किसी व्यक्तिगत user के लिए इस्तेमाल किया जाता है जैसे कि किसी कंपनी के किसी कर्मचारी या फिर किसी संस्था के साथ remote location से प्राइवेट जुड़ने के लिए |
Remote Access VPN आमतौर पर कंपनियों द्वारा कर्मचारियों को घर से काम करने या फिर travel करते समय कंपनी के नेटवर्क साधनों तक सुरक्षित रूप से पहुंचने के लिए उपयोग किया जाता है | यह कर्मचारियों को office में physical रूप से उपस्थित न होने पर भी काम करने के लिए सहयोग करता है |
Site-to-Site VPN
Site-to-Site VPN अलग-अलग physical locations में स्थित दो या दो से अधिक निजी नेटवर्क को इंटरनेट जैसे सार्वजनिक नेटवर्क पर सुरक्षित रूप से कनेक्ट और संचार करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है |
आमतौर पर इस VPN का इस्तेमाल वह कंपनियाँ या संस्थाएँ करती हैं जिनकी अलग-अलग जगह पर ऑफिस की शाखाएँ होती हैं |
इस नेटवर्क के इस्तेमाल से कंपनियाँ एक शाखा से दूसरी शाखा में निजी तौर पर डेटा को भेज सकती हैं |
कुल मिलाकर, Site-to-Site VPN कई जगहों या दूरस्थ ऑफिसों वाली कंपनियों के लिए एक ज़रूरी टूल है, क्योंकि वे इन स्थानों के लिए संचार और संसाधनों को भेजने के लिए एक सुरक्षित और प्रभावशाली तरीक़ा देता है |
Mobile VPN
Mobile VPN विशेष रूप से स्मार्टफोन और टैबलेट जैसे मोबाइल device के लिए डिज़ाइन किया गया है | यह मोबाइल डिवाइस उपयोगकर्ताओं को सार्वजनिक वाई-फाई हॉटस्पॉट का उपयोग करते समय भी सुरक्षित रूप से इंटरनेट और निजी नेटवर्क तक पहुंचने के लिए मदद करता है |
Mobile VPN user के इंटरनेट ट्रैफ़िक को एन्क्रिप्ट करके और मोबाइल डिवाइस और VPN Server के बीच एक एन्क्रिप्टेड टनल बनाकर काम करते हैं |
Mobile VPN इस्तेमाल करने का सबसे बड़ा फ़ायदा यही है की आप चलते फिरते इसका इस्तेमाल कर सकते हैं बड़ी ही आसानी से |
Cloud VPN
Cloud VPN बाक़ी सभी से ज़्यादा सुरक्षित माना जाता है क्योंकि इसकी सहायता से कंपनियाँ अपने दूरस्थ ऑफिसों और घर से काम करने वाले कर्मचारियों या मोबाइल कर्मचारियों को उनके क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर से जोड़कर काम करवा सकती है | काम करने के लिए कर्मचारियों को कंपनी की फ़ाइल्स और डेटा निजी तरीक़े से प्राप्त हो जाता है जिससे बीच में डेटा के चोरी होने का ख़तरा काफ़ी कम हो जाता है |
कुल मिलाकर, Cloud VPN एक flexible, strong और स्केलेबल समाधान है जो businesses को लागत कम करने, उत्पादकता बढ़ाने और सुरक्षा में सुधार करने में मदद करता है |
Conclusion
VPN आपकी ऑनलाइन मोजूदगी को छुपाता है जिसके कारण आप बिना डेटा चोरी के से इंटरनेट पर ब्राउज कर सकते हैं और आसानी से और सुरक्षित होकर काम कर सकते हैं |
आज के आर्टिकल VPN kya hai में आपने पढ़ा की वीपीएन क्या होता है और इसके कॉमन प्रकार कोन-कौनसे होते हैं |
उम्मीद है हमेशा की तरह आज के आर्टिकल से भी आपने कुछ नया सीखा होगा |
धन्यवाद….