Disadvantages Of ChatGPT in Hindi – OpenAI ने chatGPT को एक भाषा मॉडल के तोर पर तैयार किया है, यह एक content generation और communication के लिए एक powerful tool है लेकिन और टेक्नोलॉजी की तरह ChatGPT के भी कई नुक़सान है.
Disadvantages Of ChatGPT in Hindi
ChatGPT के कुछ सबसे महत्वपूर्ण नुकसान हैं जिनके बारे में नीचे लिखा गया है.
Lack of originality
वैसे तो ChatGPT काफ़ी हद तक हमें grammatically सही जवाब देता है क्योंकि ChatGPT एक आर्टिफीसियल इंटेलीजेंस है और ChatGPT के पास काफ़ी डेटा है जिसके इस्तेमाल से यह कंटेंट को generate करता है.
जैसे की आप जानते हैं कि यह एक चैटबोट है तो कभी-कभी ऐसा हो सकता है कि यह कोई कंटेंट को बार-बार रिपीट करे.
Lack of context awareness
ChatGPT को अच्छे तरीक़े से समझ में नहीं आता है कि यह किस reference के लिए content generate कर रहा है, इसलिए यह कभी-कभी पूछे गये प्रश्न के अलावा या निरर्थक जवाब दे सकता है जिससे टारगेट ऑडियंस के लिए यह बात थोड़ी ग़लत हो सकती है.
Lack of human emotion
यह एक चैट बॉट है जिसको कोडिंग करके बनाया गया है यानी कि हम कह सकते हैं कि यह एक मशीन है और मशीन में सभी को पता है कि कोई भी भावना नहीं होती है जिसके कारण इसमें भी भावनात्मक बारीकियों का अभाव है.
भावनात्मक बारीकियों की कमी की वजह से यह यूजर के साथ भावनात्मक स्तर पर नहीं जुड़ सकता.
Limited capacity for error correction
ChatGPT को यूजर के इनपुट के आधार पर टेक्स्ट generate करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, इसमें इनपुट डेटा में कोई कमी को ठीक करने की क्षमता नहीं होती है.
यदि इनपुट डेटा गलत है तो इससे गलत या misleading content generate हो सकता है.
Bias in training data
किसी भी मशीन लर्निंग मॉडल की तरह या किसी आर्टिफीसियल इंटेलीजेंस की तरह, ChatGPT केवल वही content generate कर सकता है जो उस डेटा के according हो जिस पर इसे trained किया गया है.
यदि training data किसी तरह से Bias है, तो language model भी उसी तरह से कंटेंट को generate करके देगा.
Difficulty in generating meaningful and complex content
ChatGPT को अगर इनपुट में कोई कठिन प्रश्न मिल जाये तो इसे meaningful या फिर high-quality का content generate करने में मुस्किल हो सकती है.
Phrase Usage Makes It Detectable As Non-Human
मशीन से जनरेट किए गए कंटेंट का पता लगाने के तरीके का अध्ययन करने वाले शोधकर्ताओं ने ऐसे पैटर्न खोजे हैं जो इसे unnatural बनाते है.
ChatGPT काफ़ी हद तक natural भाषा का इस्तेमाल करता है कोई भी सवाल का जवाब देने में लेकिन इसके कंटेंट में भावनाओं आदि की कमी के कारण मशीन से जनरेट किए गए कंटेंट और किसी इंसान के ज़रिए लिखे गये कंटेंट को देखते ही समझा जा सकता है, क्योंकि कोई इंसान अपनी भावनाओं को साथ में जोड़ता है लिखते समय जिससे यूजर पूरी तरीक़े से कंटेंट को पढ़ते समय जुड़ जाता है.
Job Risk
इस बात की अभी तक पूरी तरह से कोई जानकारी नहीं है की ChatGPT की वजह से किसी को अपनी नौकरी से ख़तरा हो, लेकिन इसके पूरी तरह से विकसित होने के बाद यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इससे कंटेंट राइटर, मार्केटिंग फील्ड, developers, प्रोग्रामर, डिज़ाइनर आदि की जॉब ख़तरे में है.
इस बात से डरने की ज़रूरत नहीं है दोस्तों ChatGPT सिर्फ़ उन्हीं लोगों की जॉब खाएगा जो की बेसिक काम करते हैं अपनी नौकरी में, अगर सही तरीक़े से ChatGPT का इस्तेमाल किया जाये तो यह टेक्नॉलजी किसी की जॉब ख़तरे में नहीं डाल रही है बल्कि जॉब के अवसर बढ़ा रही है.
Conclusion
किसी भी नयी टेक्नोलॉजी को इस्तेमाल करने से पहले उसके बारे में पूरी तरह से जानना बेहतर होता है जिससे उसके इस्तेमाल, फ़ायदे, नुक़सान के बारे में जानकारी हो सके.
Disadvantages Of ChatGPT in Hindi के आर्टिकल में आपने पढ़ा की ChatGPT के क्या-क्या नुक़सान है इसके अलावा लास्ट बात यह है कि दोस्तों कभी भी नयी तकनीक से डरना नहीं चाहिए बल्कि उसका इस्तेमाल करके ख़ुद को बेहतर बनाना चाहिए यह बात मैंने लास्ट में इसलिए रखी है क्योंकि अभी के समय में काफ़ी ज़्यादा अफ़वाहें फैल रखी है.